आज हम आपके लिए गोखरू काढ़ा पतंजलि व यूरिन इन्फेक्शन में गोखरू के फायदे के साथ गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए कोन से है तथा गोखरू काढ़ा के फायदे और गोखरू के फायदे किडनी के लिए एवं गोखरू काढ़ा बनाने की विधि के साथ बता रहे हैं रोज मर्रा की थकान भरी जिंदगी में आपके लिए यह काफी फायदेमंद हो सकता है इसके लिए आपको इसे पढना होगा.
गोखरू काढ़ा पतंजलि
आपको गोखुरू काढ़ा पतंजलि का मिल जायेगा इसके लिए आपको पतंजलि स्टोर या ऑनलाइन अमेज़न पर भी आर्डर कर सकते हैं गोखुरू काढ़ा पतंजलि को आपको रोजाना लेना है. गोखरू वातपित्त, सूजन, दर्द को कम करने में मदद करने के साथ-साथ, आपके नाक-कान से खून निकलने से राहत दिलाता है, यह कफ दूर करता है, यूरिन संबंधी रोगों में लाभ देता है पुरूषों में सेक्शस क्तिवर्द्धक होता है। गोखुरू का बीज ठंडे तासीर का है इसके सेवन से मूत्र समस्या दूर हो जाती है।
यूरिन इन्फेक्शन में गोखरू के फायदे
बहुत से व्यक्तिओं में यूरिन की समस्या रहती है ऐसे में आपके लिए यह गोखुरू काफी फायदेमंद हो सकता है यह एक आयुर्वेदिक हर्बल है जिसके साइड इफेक्ट्स कम होते हैं यूरिन इन्फेक्शन में गोखरू आपके शरीर से अशुद्धियाँ बाहर निकालकर यूरिन सम्बन्धी विकार को दो दिन में ही ठीक कर देता है आपको सुबह श्याम को गोखुरू का काढ़ा पीने से यह समस्या ठीक हो जाती है एसा रोज करने से आपके शरीर के सभी हानिकारक वेक्टेरिया नष्ट हो जाते हैं.
यह गोखरू के पाउडर को आप पानी के साथ उबालकर पी सकते हैं गोखरू के अर्क का सेवन भी किया जा सकता है व गोखरू का अर्क त्वचा पर इस्तेमाल किया जा सकता है आप गोखरु के तने से काढ़ा बनाकर, उसे पिया जा सकता है.
गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए
इस गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए शारीरिक रूप से फिट रखने में मदद करता है। गोखरू से शरीर मजबूत होता है और गोखरू यौन शक्ति में इजाफा करता है. गोखरू से स्पर्म की गुणवत्ता बढ़ती है, जिस वजह से इसे पुरूषों के लिए किसी वरदान से कम नहीं माना जाता है. गोखरू के सेवन से सेक्सुल डिसऑर्डर और इंफर्टीलिटी की समस्याएं दूर होती हैं.
अगर आप भी इस समस्या से परेशान रहती है तो गोखरू का पानी कारगर साबित हो सकता है। इसके लिए गोखरू को 400 ग्राम पानी में डालकर उबाल लें। जब ये 10 ग्राम बचे तब इसका सेवन करें। आप चाहे तो इसमें वरुण छाल भी डाल सकते हैं।
गोखरू काढ़ा के फायदे
आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी बूटियां और पेड-पौधे हैं जो औषधीय का काम करते हैं। इन्हीं औषधीय जड़ी बूटियों में से एक है ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस या गोक्षुर या गोखरू का एक पौधा है। यह पौधा स्किन, बाल सहित अनेक बीमारियों को ठीक करने में काम आता है। यह पौधा भले की दिखने में कितना छोटा क्यों न हो लेकिन असर जबरदस्त करता है। इस पौधे का फूल, बीज, टहनियां और जड़ आदि सभी कुछ औषधी बनाने के काम आता है.
गोखरू के फायदे किडनी के लिए
गोखरू चूर्ण की एंटी-लिथियासिस संपत्ति किडनी के पत्थरों के गठन को रोकती है, गठित लोगों के आकार को तोड़ने या कम करने में मदद करती है और इस प्रकार पॉलीसिस्टिक किडनी रोग, गुर्दे की पथरी और सिस्टिटिस जैसी विभिन्न अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियों को रोकती है। यह आपके वरदान से कम नहीं है आपको इसका इस्तेमाल करना चाहिए इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से अवस्य पूछ लें.
गोखरू काढ़ा बनाने की विधि
यहाँ में आपको गोखरू काढ़ा बनाने की विधि बता रहा हूँ गोखरू काढ़ा बनाने के लिए आपको 15 ग्राम गोखरू को 250 मिली पानी में उबालकर, काढ़ा बना लें। काढ़ा को चार बार पिलाने से ज्वर के लक्षणों से राहत मिलती है। इसके अलावा 2 ग्राम पतंजलि गोखरू पञ्चाङ्ग चूर्ण के नियमित सेवन करने से बुखार कम होता है।
यह भी पढ़ें : सोयाबीन बिरयानी बनाने की विधि हिंदी में जानें यहाँ