आज आपको हम हींग से पीरियड कैसे लाये और अजवाइन से पीरियड कैसे लाये जाते जाते हैं साथ में चर्चा करेंगे की हल्दी से पीरियड कैसे लाये जाते हैं. आपको क्या लगता है की गुड़ खाने से पीरियड आता है ऐसा है तो आपको हमारा यह पोस्ट पढ़कर और कच्चे पपीते से पीरियड नार्मल होते हैं सभी सवाल के जवाब मिल जायेंगे।
हींग से पीरियड कैसे लाये
मासिक धर्म में कुछ समस्याओं का होना आम बात होती है। कभी कभी आपको मासिक धर्म में अधिक दर्द रहता है और कभी आपको पीरियडस ही नहीं आते है ऐसे में आपको हींग का उपयोग करना है हींग से पीरियड कैसे लाये यह सभी लोगों का सवाल भी रहता है। यहाँ आपको हींग से पीरियड कैसे लाये इसका उत्तर आपको पूरा बताया जायेगा। हींग आपके शरीर के गरमी देता है। हींग महिलाओं के प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की मात्रा एवं प्रजनन अंगों के कार्य में मदद करता है. हींग को पानी से भरे ग्लास में मिलाकर नियमित आधार पर उपभोग करें। हींग का सेवन आपको गर्म पानी में करना है थोड़ा सा हींग खाने पर आपको तुरंत ही नार्मल पीरियडस आने सुरु हो जायेंगे।
अजवाइन से पीरियड कैसे लाये
आपको अजवाइन से पीरियड को शुरू करने के लिए 1 चम्मच गुड़ उसके साथ 1 चम्मच अजवाइन को एक गिलास में पानी में उबालना है और पीरियड न आने पर प्रति-दिन सुबह खाली पेट यह अजवाइन के पानी का सेवन करें। यह करने पर करने से आपका अटका हुआ पीरियड आ जाएगा। इसके सेवन से पीरियड के दौरान आपको दर्द भी कम होगा।
हल्दी से पीरियड कैसे लाये
हल्दी से पीरियड कैसे लाये : हल्दी में ईमानोगॉग मौजूद होता है जिसके चलते पीरियड्स समय पर आपकी डेट के रूप से होते हैं. ऐसा करने के लिए आप कच्ची हल्दी का सेवन करें. मॉर्निंग में खाली पेट कच्ची हल्दी और गुड़ को 1 ग्लास गर्म पानी में या तो दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर घोलकर 10 दिन पहले से ही इसको पीते रहें।
गुड़ खाने से पीरियड आता है
गुड़ खाने से पीरियड आता है : अजवाइन और गुड़ खाने से पीरियड्स देर से आते है. पर अगर इसे बिना अजवाइन के ही खाया जाता है तो ये पेट के दर्द को ठीक कर सकता है. गुड़ खाने से पीरियड पीरियड्स तो नहीं आता है लेकिन पर आपको अजवाइन के साथ सहद खाने से पीरियड्स के दर्द में थोड़ा रहत मिल सकती है।
कच्चे पपीते से पीरियड नार्मल होते हैं
कच्चे पपीते से पीरियड नार्मल होते हैं : इसमें मौजूद पौष्टिक तत्व जैसे आयरन, कौरोटीन, कौल्शियम, विटामिन ए और सी गर्भाशय की सिकुड़ी हुई मांसपेशियों को फाइबर पहुंचाने का काम करते हैं। हरा, कच्चा पपीता गर्भाशय ग्रीव में हड्डियों के फाइबर से जुड़कर पीरियड्स को नियमित रखता है।