सराब स्वस्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो होती हे लेकिन दारू से ही देश की अर्थब्यवस्था चलती हे जिससे सरकारों को हर दिन लाखो रूपये का फायदा होता जो देश के लिए दवा से काम नहीं हे जिससे की अर्थब्यवस्था में उछाल आ सके।
शराब कारोबारियों के दबाव का ही परिणाम है कि शराब को दूध, सब्ज़ी, दवा जितना ज़रूरी मान लिया गया है और रविवार को शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी गई है. आबकारी विभाग के अधिकारी इस सवाल का सीधा जवाब देने से बचते हैं लेकिन यह ज़रूर कहते हैं
शराब कारोबारियों के दबाव का ही परिणाम है कि शराब को दूध, सब्ज़ी, दवा जितना ज़रूरी मान लिया गया है और रविवार को शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी गई है. आबकारी विभाग के अधिकारी इस सवाल का सीधा जवाब देने से बचते हैं लेकिन यह ज़रूर कहते हैं
कि उन पर राजस्व का दबाव है. चूंकि शराब के राजस्व का हिसाब रोज़ देना पड़ रहा है इसलिए एक दिन भी दुकानें बंद करने का जोखिम नहीं उठाया जा सकता.
केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन से हो रही परेशानी
ग्रामीण लोगों का कहना हे की केंद्र की नई गाइडलाइन से परेशानी हो रही है यह चिंता का विषय बना हुआ है अब कोरोना मरीजों को 10 दिन के भीतर ही अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है.
करीना बारिश की और दिनों के बाद सर्दी जुकाम बुखार तुरंत किस चर्ज किया जा सकता है ऐसे में डॉक्टरों को मुश्किल हो रही है किस पर कोरोना पॉजिटिव है और किस पर नहीं और क्या हुआ पूर्ण रूप से ठीक हो चुके हैं यह बताना काफी मुश्किल का काम है संबंधित सभी गांवों के लोगों को यह एक चिंता का विषय बना हुआ है इसे की तनावपूर्ण माहौल पैदा हो रहा है.
ऐसे में टीवी पर दिखाए जा रहे हाई ग्राफिक से लोगो में काफी डर का माहौल पैदा हो रहा हे मीडिया पर दिखाई जाने वाली डरावनी एवं भयानक बातों से ऐसा लग रहा है जैसे है corona का संकट कभी समाप्त नहीं होगा ऐसे में आज निर्भर होना बेहद जरूरी है.
डॉक्टरों का कहना है डॉक्टर के परामर्श के अनुसार कार्यप्रणाली को अपनाएं निरंतर साबुन सेे हाथ धोये sensitizer का उपयोग करें दिन में नींबू पानी पिए साथ में तुलसी के पत्ते चबाने का प्रयाश करे और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में पूर्ण कोशिश करें
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