Complete biography of young poet Satpal of Uttarakhand
कोई गरीब है गम मत करना। हौसला अपना कम मत करना
सदा उन्नति के पथ पर चलना। कुल का दीपक बनकर जलना
जब बात आती है कलाकारी की और कविताओं की तब उत्तराखंड के युवा कवि सतपाल को पहले याद किया जाता है
जी हा दोस्तों उत्तराखण्ड का नाम रोशन कर रहे हे युवा कवि सतपाल जिनको उत्तराखंड के समस्त अधिकारी भाव पूर्ण सम्मानित कर चुके है
आज कल टॉप में है चलिए जानते है उनके बारे मै कुछ गोपनीय बातें।
Yuwa Kavi Satpal biography in hindi उपरोक्त काव्य पंक्तियों से प्रकृति के गूढ़ जीवन रहस्य को सहजता से उद्घाटित करना
Yuwa Kavi Satpal biography in hindi उपरोक्त काव्य पंक्तियों से प्रकृति के गूढ़ जीवन रहस्य को सहजता से उद्घाटित करना
एक ऐसे कलम के सिपाही की रचनात्मक काबिलियत है, जिसने प्रकृति की छांव में अपने संघर्षशील जीवन को
तपाया और हिंदी साहित्य में व्यापक मानवीय सांस्कृतिक तत्व को अभिव्यक्ति देने की कोशिश की. ये हैं
हिंदी साहित्य के युवा कवि सतपाल। सतपाल का हिंदी साहित्य में दिया गया योगदान अविस्मरणीय है.
साथ ही साथ इनके कठिन परिश्रम और दुःखमय जीवन हिंदी साहित्य में अलग अखंड ज्योति प्रकाशित करता है।
लीजिये आपके सामने प्रस्तुत है युवा कवि सतपाल की जीवनी और सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं -
- Name- Satpal
- Born-( Sunday ) 02-07-1995
- Height - 5.7''
- Weight- 71kg
- Profession- Poet & artist
- Father's Name- N/A
- Mother's Name-Smt. Pavitra Devi
- Address -Vill.- Pingla Pani,(Kanshil), Uchadhungi,Ukhimath,Augustyamuni, Rudraprayag,Uttarakhand,246425 (India)
- Whatsapp Number -8979339210
आदत पड़ गई है अब चुप रहकर जीना
कई दर्द हो इसे मन में खुद पीना
कौन इस दर्द को समझेगा जो रो आये
मेरे नयनो के जो अश्रुओं को मिटाये
फिर भी कोसिस करते मेने हिम्मत न हारी
अपने जीवन में मुझे मेहनत हे प्यारी
मेहनत करते करते सारा दर्द भुलाया
मैने अपने आप को कुछ ऐसा बनाया
लेखन- कवि सतपाल
उत्तराखंड की पवित्र एवं सुन्दर मनमोहक गोद में जन्मा युवा कवि सतपाल का जन्म रविवार 7 जुलाई सन 1995 को
उत्तराखंड राज्य के कणशील गांव के श्रीमती पवित्रा देवी जी के घर में हुवा धन्य है वह माता जिन्होंने भारतीय साहित्य को एक होनहार पुत्र का जीवन दिया।
महज युवा कवि सतपाल तब बाल्य अवस्था में ही थे जैसे ही उन्होंने होश संभाला उनकी रूचि साहित्य की और बढ़ी उन्होंने अपनी रचनाओं का अविष्कार करना सुरु कर दिया
सुरुवात से ही सतपाल एक गरीब परिवार में जन्मा था उसकी आर्थिक स्तिथि कमजोर थी लेकिन युवा कवि सतपाल ने अपनी गरीबी के सामने कभी घुटने नहीं टेके वो शंघर्ष करते रहे।
राजकीय जूनियर हाई स्कूल क्यूंजा, रुद्रप्रयाग, उत्तराखण्ड में जब वो 12 वी कक्षा में थे तब उनकी पहली पुस्तक "मेरु प्रयास प्रोत्सान आपो " का बिमोचन किया गया।
जिसमे अतिथि महाविद्यालय पी जी कॉलेज अगस्त्यमुनि के प्राचार्य श्री डॉ. प्रताप सिंह जगवाण जी ने कलश चेरिटीबल ट्रस्ट के द्वारा उनकी पुस्तक का बिमोचन किया
जिसमे राजकीय जूनियर हाई स्कूल क्यूंजा के प्रधानाचार्य जी ने कहा सतपाल हमारे स्कूल का अध्यनन रत छात्र है जिसमे प्रतिभाएं कूट कूट कर भरी है
"युवा कवि सतपाल कहते हैं की कक्षा 12 वी का ये दिन मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिन था जब मेरी कविता संग्रह का बिमोचन हुवा था "
सतपाल ने अपनी पढ़ाई बी ऐ तक की है और एम् ऐ प्रथम वर्ष A.P.B Pg College Augustyamuni में अध्ययन रत हैं.
साहित्य गतिविधियाँ (Literature activities)
अब तक युवा कवि सतपाल की कीर्तिया सामुदायिक रेडियो मन्दाकिनी की आवाज 90. 8 एफ एम् में भी प्रकाशित हो चुकी है इसके अलावा
- मासिक पत्रिका युगवाणी
- दस्तक साप्ताहिक समाचार पत्र
- पंच केदार दर्शन
- पत्रिका ब्रम्ह कमल
- उत्तराखण्ड ख़बर सार
- समाचार पत्र त्रेमासिक पत्रिका धरती पर उतरो
- गढ़ गरिमा
- अनिकेत साप्ताहिक समाचार पत्र
दैनिक समाचार पत्रों में हिंदी तथा गढ़वाली कविताये भी आती रहती है जिनको पाठक काफी गहराई से पढ़ते रहते हैं
उत्तराखंड में कवि सतपाल की फैन फोल्लोविंग अधिक मात्रा में है इनको युवा वर्ग एवं बुजुर्ग काफी पसंद करते है लेखन के साथ साथ सतपाल एक मशहूर चित्रकार भी है
जिनकी चित्रकारिता को देख कर अक्सर लोग मन्त्र मुग्द हो जाती है।
प्रकाशित पुस्तकें
अब सतपाल अपनी 4 पुस्तकों को प्रकाशित कर चुके हैं और अन्य पुस्तकों पुस्तकों का प्रकाशन जल्दी ही आने वाला है अब तक की वो चार पुस्तके निम्नलिखित हैं -
- म्येरू प्रयास प्रोत्सान आपो
- उम्मीद की किरण
- शंघर्ष के फूल
- सफलता की उम्मीद
पुरुस्कार मिले हैं (Awards)
- कलश चेरिटीबल ट्रस्ट द्वारा स्वामी सच्चिदानन्द स्मृति सम्मान
- विश्वनाथ सेवा संगठन गुप्तकाशी रुद्रप्रयाग द्वारा स्मिर्ति सम्मान
- जीवन निर्माण एजुकेशन सोसाइटी उत्तराखंड द्वारा श्रद्धा मुकुंद साहित्य सम्मान
- भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर जी की १२७ वी जयंती पर सेवा स्तम्भ संगठन रुद्रप्रयाग द्वारा सम्मान पत्र व स्मृति सम्मान
- जिला अधिकारी रुद्रप्रायग द्वारा प्रसस्ति पत्र सम्मान
- वित्त व भाषा मंत्री उत्तराखंड शासन द्वारा प्रसस्ति पत्र सम्मान
- उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा प्रसस्ति पत्र सम्मान
- जनपदीय विद्यालयों द्वारा प्रसस्ति पत्र व सम्मान पत्र
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